Barish ke Din

बारिश के दिन
याद हैं तुमको बारिश के दिन?

बिजली में नहलाए जीवन
पानी की बच्चों-सी कल-कल
याद है कैसे दौड़े थे हम
छींटों से नंग-धडंग!

कागज़ की नावें तैराते
कागज़ की पतवार
लाइनदार पन्नों पे लिख के
गीतों के उपहार

याद हैं मदहोशी की रातें
टीन की छत पर रिमझिम-रिमझिम

बारिश के दिन
याद हैं तुमको बारिश के दिन?

पहले-पहले ओलों के दिन
आग में सिकते भुट्टों के दिन
गर्म-गर्म पकौड़ी और
हाथों पे झरते छातों के दिन

पुष्कर की घाटी में फैले
पेड़ों की बेहोशी के दिन
बारिश की गिरती चादर में
एकटक खामोशी के दिन
सतरंगी सितारों और
आगरंगी पतंगों के दिन

बारिश के दिन
याद हैं मुझको बारिश के दिन

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