Drishye

दृश्य दृष्टा और दृष्टि का एकत्व तुम
ज्ञाता ज्ञान और ज्ञेय का महत्व तुम
यह मैं भी सितारों-सा पक्षियों-सा फूलों-सा
जगमगाता चहचहाता खिलखिलाता है
सितारे पक्षी फूल भी मुझ-से
सोचते छूते ताकते हैं

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