Old

जब तुम बूढी और जर्जर हो जाओ और अलाव के पास
झपकियाँ लेने लगो तो मेरी यह किताब उठा लेना
और धीरे-धीरे पढते उन नम आँखों और उनके उन गहरे
सायों को याद कर लेना जिन्हें तुमने कभी अपना महसूस किया

कितनों ने तुम्हारे मुस्कुराते शील को चाहा
और तुम्हारे सौंदर्य से झूठा या सच्चा प्यार किया
किन्तु सिर्फ एक ही ने तुम्हारी बंजारी रूह
और तुम्हारे बदलते चेहरों के दुखों से प्यार किया

और फिर उन गर्म सलाखों के पास झुकते हुए दुःख से
थोड़ा गुनगुना लेना कि कैसे प्रेम
ऊँचे पर्वतों में खो गया और फिर कैसे उसने
तारों के समूह में अपना चेहरा छिपा लिया
(येट्स की कविता ‘व्हेन यू आर ओल्ड’ से अनूदित)

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