Chaand hai ya Dil

चाँद है या दिल?
आग है कि खून?
हो नब्ज़ हवा,
आँखें अंगुलियाँ,
रात है कि तेरा
छिपा बदन?

चाँद है या दिल?
सफ़ेद चादर पे
सफ़ेद कलाई!
बर्फ-सी ठिठुरती,
आग-सी गर्म,
कांपती आँखों की
बीमार शर्म!

चाँद है या दिल?

Want new articles before they get published?
Subscribe to our Awesome Newsletter.